मंगल नसीम

जिन्हें देखते ही सीने से लगा लेने को मन करता है, ऐसे बेहद प्यारे डॉ. अर्पण को सस्नेह शुभाशीष।
राजकुमार कुम्भज

डॉ. अर्पण जैन निर्भय होकर हिन्दी के प्रति अपने संकल्प को पूर्ण करें, निर्मल व्यक्तित्व के धनी अर्पण अपनी हिन्दी को देश की सीमाओं के पार विश्व पटल पर पहुँचाएँ। वो हिन्दी का स्वयं सेवक ही नहीं है बल्कि स्वयंसेवक पैदा करने वाला योद्धा है।
महंत राजुदास

हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के महाअभियान में संलग्न डॉ. अर्पण जैन पर हनुमान जी महाराज और प्रभु श्री राम की कृपा है। सनातन संस्कृति और राष्ट्रभाषा हिन्दी बनाने के लिए वे निरंतर प्रयास कर रहे हैं, उनका कार्य बहुत महत्त्वपूर्ण है।
सईद अन्सारी

हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए काम करने वाले डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ को बधाई एवं साधुवाद। हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलवाने के लिए आप निरंतर प्रयासरत हैं, संघर्षरत हैं। इस दिशा में आप बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। क्योंकि आपने अंग्रेज़ी में हस्ताक्षर करने वाले लाखों लोगों को हिन्दी में हस्ताक्षर करने के लिए प्रेरित किया है, आप बधाई के पात्र हैं।
शिवराज सिंह चौहान

हिन्दी को विश्व में गौरव दिलाने और संयुक्त राष्ट्र में सर्वमान्य भाषा का दर्जा दिलाने में हिन्दी योद्धाओं का महत्त्वपूर्ण योगदान है। उसी क्रम में इन्दौर के रहने वाले डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ अभूतपूर्व व्यक्तित्व हैं, जो हिन्दी के प्रसार-प्रचार के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने हस्ताक्षर बदलो अभियान चलाया, जो देश की आवश्यकता है। ऐसे व्यक्तित्व अभिनंदनीय हैं।
डॉ. वेदप्रताप वैदिक

मुझे इस बात की बड़ी ख़ुशी है कि इन्दौर में डॉ. अर्पण जैन जैसे नौजवान हैं, यह आनंद का विषय है। ऐसे पढ़े-लिखे नौजवान भारत में ढूँढने से नहीं मिलते, जिनको हिन्दी से प्रेम है। हिन्दी प्रेम राष्ट्र को बचाने वाला प्रेम है। ऐसे नौजवान अगर किसी शहर में हैं तो वह शहर भी अपने आप में धन्य है। उनसे मिलकर मुझे पुत्र जन्म-सी ख़ुशी मिली है।
स्वामी रामदेव,

हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के उद्देश्य की सार्थकता के लिए हिन्दीग्राम व मातृभाषा उन्नयन संस्थान को आशीर्वाद। हिन्दी राष्ट्रभाषा बने, जिससे राष्ट्र पुनः विश्वगुरु बन सके। मेरी शुभकामनाएँ व आशीर्वाद सदैव डॉ. अर्पण जैन व हिन्दीग्राम के साथ हैं।