पत्रकार एवं हिन्दीयोद्धा

डॉ. अर्पण जैन अविचल'

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पत्रकार एवं लेखक डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' के बारें में जाने...

डॉ. अर्पण जैन अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से सम्मानित

अभिनेता आशुतोष राणा, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया सम्मानित   इन्दौर : मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मातृभाषा डॉट कॉम के संस्थापक-सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ’अविचल’ को मंगलवार को रवीन्द्र भवन, भोपाल में साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश शासन द्वारा अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार 2020 से नवाजा गया।मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा […]


संकट में है अख़बार, भविष्य अधर में

संकट में है अख़बार, भविष्य अधर में ✍🏻 *डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’* ‘एक समय आएगा जब अख़बार रोटरी पर छपेंगे, संपादकों की ऊँची तनख्वाह होगी, पर तब संपादकीय संस्थाएँ समाप्त हो जाएँगी।’ ऐसी बात आज़ादी के पहले बाबू विष्णु पराड़कर जी लिख गए, जो आज अक्षरश: सत्य नज़र आ रही है। आज संपादकीय संस्थान तो […]


लता मंगेशकर : स्वर की अधिष्ठात्री का महाप्रयाण

लता मंगेशकर : स्वर की अधिष्ठात्री का महाप्रयाण फरवरी की छहः तारीख, रविवार की सुबह जिस बुरी ख़बर को लाई, वो कभी न् भूल पाने वाली ख़बर रही। इन्दौर में जन्मी और पूरे भारत ही नहीं अपितु वैश्विक मण्डल में अपने स्वर से स्वयं को स्थापित करने वाली साधिका लता मंगेशकर की सुरलोक की यात्रा […]


पत्रकारिता के मेरूदंड की सबलता ज़रूरी

पत्रकारिता के मेरूदंड की सबलता ज़रूरी डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’ शब्द-शब्द मिलकर जब ध्येय को स्थापित करते हैं, शब्द-शब्द मिलकर जब राष्ट्र का निर्माण करते हैं, शब्द-शब्द मिलकर जब सत्ता का केंद्र और जन मानस का स्वर बनते हैं, शब्द-शब्द मिलकर जब व्यक्ति से व्यक्तित्व का रास्ता बनाते हैं, तब कहीं जाकर शब्द के साधकों की […]


दुःख की गगरी के पार महादेवी वर्मा

_पुण्यस्मरण विशेष_ दुःख की गगरी के पार महादेवी वर्मा *डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’*   न लिबास कोई गेरुआ, न किसी संत के सम्मुख दीक्षित, लिखा वही जो देखा, रंगों के उत्सव के दिन जन्मी पर ताउम्र एक रंग ही भाया। गद्य भी लिखे, पद्य भी लिखे, प्रेम भी लिखा, विरह भी समझाया, आदि भी लिखा, […]


आसां नहीं है इश्क़ में अमृता हो जाना

जन्मदिवस विशेष आसां नहीं है इश्क़ में अमृता हो जाना ‘मैं उस प्यार के गीत लिखूँगी, जो गमले में नहीं उगता, जो सिर्फ़ धरती में उग सकता है।’ ●●● अमृता प्रीतम ==================== 🖊 *डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’* दो किताबें पढ़ीं, ‘मन मिर्ज़ा , तन साहिबा’ और ‘इश्क़ अल्लाह हक़ अल्लाह’, इसके पहले केवल नाम भर […]


शब्द की साधना और हिन्दी पत्रकारिता

शब्द की साधना और हिन्दी पत्रकारिता ◆डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’   शब्द-शब्द मिलकर जब ध्येय को स्थापित करते हैं, शब्द-शब्द मिलकर जब राष्ट्र का निर्माण करते हैं, शब्द-शब्द मिलकर जब सत्ता का केंद्र और जन मानस का स्वर बनते हैं, शब्द-शब्द मिलकर जब व्यक्ति से व्यक्तित्व का रास्ता बनाते हैं, तब कहीं जाकर शब्द के […]


ब्लॉगर पर ब्लॉग कैसे बनाएँ

ब्लॉगर पर ब्लॉग कैसे बनाएँ ■ *डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’* यदि आपने ब्लॉगिंग करने का निश्चय किया है तो निश्चित तौर पर आज के समय के अनुसार आपका सही निर्णय है। निम्नलिखित प्रक्रिया और निर्देशों का पालन करते हुए आप ब्लॉग बना सकते हैं- 1. अपने वेब ब्राउज़र (क्रोम, ब्राउज़र) खोलें उसमें सबसे पहले www.blogger.com […]