हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए काम करने वाले डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ को बधाई एवं साधुवाद। हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलवाने के लिए आप निरंतर प्रयासरत हैं, संघर्षरत हैं। इस दिशा में आप बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। क्योंकि आपने अंग्रेज़ी में हस्ताक्षर करने वाले लाखों लोगों को हिन्दी में हस्ताक्षर करने के लिए प्रेरित किया है, आप बधाई के पात्र हैं।
सईद अन्सारी
