स्वामी रामदेव,

हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के उद्देश्य की सार्थकता के लिए हिन्दीग्राम व मातृभाषा उन्नयन संस्थान को आशीर्वाद। हिन्दी राष्ट्रभाषा बने, जिससे राष्ट्र पुनः विश्वगुरु बन सके। मेरी शुभकामनाएँ व आशीर्वाद सदैव डॉ. अर्पण जैन व हिन्दीग्राम के साथ हैं।

 

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