सवाल तो विधान का था…

सवाल तो विधान का था… ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● ■ डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ हस्तिनापुर के अनुबंध और करार में बंधें गुरू द्रोणाचार्य ने जब वनवासी बालक और क्षेत्रीय काबिले के सरदार के पुत्र को धनुर्विद्या सीखाने से इंकार कर दिया तो वही वनवासी बलवान एकलव्य गुरु द्रोण की मूर्ति से धनुर्विद्या सीखने लगा और पारंगत होने पर […]