‘आपका लेखन आपके मन की थकान को दूर करता है, इसलिए यदि आपके भीतर लिखने का भाव है तो नियमित लिखते रहें।’
-डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’
‘आपका लेखन आपके मन की थकान को दूर करता है, इसलिए यदि आपके भीतर लिखने का भाव है तो नियमित लिखते रहें।’
-डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’
‘घर में एक महँगी सामग्री कम लाना पर छोटा-सा पुस्तकालय अवश्य बनाना। पुस्तकें सदैव सहायक होती हैं।’
-डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’